ॐ त्र्यम्बकं यजामहे मंत्र|अर्थ|Mahamrityunjay Mantra Lyrics

महामृत्युंजय मंत्र वेद मंत्र है जिसका काफी महत्व होता है, यह हर किसी के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह मंत्र शिवजी का भी महत्वपूर्ण मंत्र है। इसलिए इसली लोग शिवजी का मंत्र भी कहते हैं।

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर मुक्षीय मामृतात्।”

Om Tryambakam Yajamahe Sugandhim Pushti vardhanamUrvarukamiva Bandhanan Mrityor Mukshiya Mamritat

यह मंत्र पूरे जीवन की रक्षा, करने के साथ ही साथ उसको सभी जरूरतों में भी सबकी सहायता करता है। चाहें फिर वह स्वास्थ्य सुधार, की बात हो या फिर जीवन की कोई और बढ़ा हो। जीवन में मृत्यु के भय को दूर करने के लिए यह मंत्र आपके लिए कारगर साबित होगा आपको बस इस मंत्र का नियमित जप करना चाहिए।

महामृत्युंजय मंत्र रोज पढ़ने से क्या होता है?

“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे मंत्र” शिवजी का मंत्र है, जिसके नियमित जाप से आपको आपके जीवन में कुछ समय में अनेकों फायदे देखने को मिलते हैं। जो आपको हैरम भी कर सकते है। लेकिन आपको इसका उपयोग ध्यान से करना चाहिए। इसके जप के कुछ नियम होते हैं।

  • आपको नहा धोकर तैयार रहना चाहिए।
  • साफ सुथरी जगह में रहना चाहिए।
  • पैरो में चप्पल नहीं होनी चाहिए।
  • आस पास के माहौल शुद्ध होनी चाहिए।

ये कुछ सामान्य तौर तरीके होते है जिनको आपको अपने ध्यान में सबसे पहले रखनी चाहिए। चलिए अब देखते हैं इसके लाभ, आप अगर इस मंत्र को पढ़ते हैं नियमित रूप से हर समय पालन करते है तो आपको इसके क्या क्या लाभ होगें –

1. यह मंत्र के जाप से आपको आपके शारीरिक और मानसिक रोगों से छुटकारा प्राप्त होती है। और आप खुद को एकदम स्वस्थ रूप में पाते हैं। आपको अनेक बीमारियों से लड़ने की क्षमता मिलती है और आप बिल्कुल स्वस्थ होते हैं जिससे कि आपको हर बीमारियों से सुरक्षा मिलती है।

2. इसे मंत्र के जाप करने से व्यक्ति को मृत्यु और अन्य प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से हमेशा के लिए मुक्ति मिलती है। यह आपके जीवन को सुरक्षित और आपके सारे संकट को मिटाने में बहुत ही सहायक होता है।

3. जीवन की कठिनाइयों और संकटों से बाहर आने के लिए आपको यह मंत्र विशेष रूप से सहायक साबित होगा।

4. इस मंत्र का जप मनुष्य के अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा को फैलती है जिससे कि एक मानसिक स्पष्टता आपको नजर आने लगती है, जिससे आपके जीवन में सुधार होता है और आपको आगे प्रगति की प्राप्ति होती है।

5. इस मंत्र के नियमित अभ्यास से आपको अपने जीवन काल में खुद के अंदर एक आध्यात्मिक विकास और साथ ही साथ भगवान शिव के प्रति एक भक्ति उत्पन्न होती हुई दिखाई देगी। जिससे आपको अपने जीवन में भगवान शिव की कृपा प्राप्त होगी।

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महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ

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महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ बिलकुल आसन है यह बिल्कुल जैसा मंत्र है उसी प्रकार इसके अर्थ भी है चलिए जानते हैं इनके एक एक अर्थों को और समझते हैं पूरे मंत्र को।महामृत्युंजय मंत्र का अर्थ है कि हम त्र्यम्बक मतलब जिसके तीन आखें हो वाले जो भगवान शिव है, उनकी मैं पूजा करता हूं, जो सुगंधित हो और पोषण भी देने वाले हैं। मैं उन्हें फलने-फूलने और हर बंधनों से मुक्त करने के लिए प्रार्थना करता हूं जिससे कि मैं मृत्यु के बंधन से मुक्त हो सकूं और अमरता को प्राप्त कर सकूं।

Author: Allinesureya

3 thoughts on “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे मंत्र|अर्थ|Mahamrityunjay Mantra Lyrics

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