र मात्रा वाले वाक्य और शब्द| R Ki Matra Wale Vakya Aur Shabd

google.com, pub-9288082836582732, DIRECT, f08c47fec0942fa0

नमस्कार दोस्तों, आज के इस नये पोस्ट पर हमलोग R Ki Matra Wale Vakya Aur Shabd 

के बारे में विस्तार से जानेंगे। ऐसे अनेकों शब्द होते हैं, पर जब हमें उसकी ज्यादा जरुरत होती है तब हमलोग भूल जाते हैं। तो आपसे इसकी सावल का जवाब आज के इस 

पोस्ट पर है। जिससे आप आसनी से जान सकते हैं। तो बने रहें मेरे साथ इस पोस्ट पर, और जानें “र” मात्रा वाले वाक्य और शब्द

“र” कैसे बनता है?

सबसे पहले बात करते हैं कि “र” आखिर किन शब्दों के मेल से बनता है? तो “र” एक व्यंजन होता है। और हर व्यंजन एक स्वर के मेल से बनते हैं, जो स्वर है “अ”। ” अ” 

के मिलने से ही “र” पूर्ण होता है ।

 जिसके कुछ उदाहरण हैं-

 र्+अ = र 

 ल्+ अ= ल

म् + अ = म

ग् + अ = ग

र की कितनी मात्रा होती है?

जैसे हमनें ऊपर देखा “र” एक ‘व्यंजन वर्ण’ है। और “र” “अ” के मेल से ही बनता है। 

अब बात करें कि “र” में कुल कितनी मात्रा होती है? तो ‘र’ में ‘ऋ’ स्वर वर्ण होता 

है। और ‘ऋ’ की मात्रा में ‘ृ’ होता है।

जिसके कुछ उदाहरण हैं-

वृन्दावन, वृक्ष, अमृत 

चलिए अब देखते है “र” के अनेक रूप या इसके उपयोग कितने हैं? वैसे तो र, रा, रि, 

री, रु, रू, रे, रै, रो, रौ इसके प्रकार हैं । “र” के अनेकों रूपों में सभी आसान 

होते हैं पर उनमें से एक थोड़ा कठिन होता है कुछ लोगों के लिए। वो है र में उ और ऊ की मात्रा।

# र में उ की मात्रा कैसे लगाएं? र की मात्रा कैसे लगाई जाती है? र स्वर रहित रूप को क्या कहते हैं?

रुचि,रुपए इनका प्रयोग हमलोग करते ही हैं, तो ये शब्द बनते हैं र के साथ उ ( मतलब 

ह्रस्व उ,उ की छोटी मात्रा) की प्रयोग से।

र + उ = रु 

रु को लिखने के लिए र में (ु) मात्रा लगानी होती है। तो रु बनता है। ऐसेही शब्दों 

को लिखने के लिए रु का प्रयोग किया जाता है।

रु और रू में क्या अंतर है?

रु और रू में अंतर देखें तो हम पाएंगे कि रु छटी

 उ की मात्रा से बनी है, वहीं रू बड़ी उ की मात्रा से बनती है।

र+उ= रु

र में छोटे उ की मात्रा से बनी रुचि । 

र+ऊ= रू

 र में बड़े ऊ की मात्रा से बनी रूपया ।

र से क्या क्या शब्द बनते हैं?

चलिए अब जान लेते हैं “र” से बनने वाले 2, 3 अक्षर वाले शब्द

“र” से बनी 2 अक्षर वाले शब्द

रब

रस

घर

रथ

रट

पर

नर

कर

“र” से बनी 3 अक्षर वाले शब्द

रक्त

रोज

रात

आर

राज

रमन

नगर

खबर

कमर

र पदेन की मात्रा

“र” के रूप कौन कौन से हैं?

 “र” के मुख्यत: चार रूप हैं –

•  रेफ़, 

• पदेन,

•  रडार, 

• लुण्ठित। 

हम यह भी कह सकते हैं कि “र” को चार प्रकार से लिखा जा सकता है।

रेफ की मात्रा क्या होती है? रेफ वाले शब्द कौन से होते हैं?

रेफ:- रेफ में हम ऊपर “र” में मात्रा देते हैं जिसे रेफ कहते हैं। जैसे- नर्म, 

खर्च, कार्य, टर्र-टर्र आदि।

संज्ञा किसे कहते हैं, परिभाषा,और भेद

पदेन र कौन सा होता है?

पदेन:- क्र या ट्रे – र के इस रूप को “पदेन” कहा जाता है। यह र का स्वर सहित रूप 

है। जिस वर्ण को बोलने में अ आता है, वह र का स्वर सहित रूप है, जैसे- क बोलने में अ आता है।

जैसे- उम्र, भ्रम, प्रण, ग्राम, ग्रहण, ट्रक, ट्रेन, ट्रिन-ट्रिन, ड्रम, ट्रिक

हिन्दी में “र” के प्रयोग की बात करें तो इसके विभिन्न रूप या इसके प्रयोग है। र 

का प्रयोग स्वर और व्यंजन दोनों वर्णों के साथ होता है। चलिए जानते हैं “र” के 

विभिन्न रूपों को। “र” के रूप हैं- र, रा, रि, री, रु, रू, रे, रै, रो, रौ

रडार:- यह “र” का एक और रूप है जिसमें हमलोग शामिल करते हैं प्रेम, प्राथना, 

प्रिय, प्रमाण, चक्र जैसे शब्दों को। ये बने होते हैं( क् + -्) से।

लुण्ठित:- इसमें हमलोग पुरा “र” का प्रयोग करते हैं।

 जैसे:- राम, राजा, रख, राज, रस

र का उच्चारण कैसे करे?

र हिंदी के व्यंजन में 27 नंबर पर आता है। जो कि व्यंजन वर्ण है। इसका उच्चारण 

बहुत आसान है, इसका उच्चारण करने के लिए अपने जीभ के अगले हिस्से (अगले भाग) को 

मूर्धा के साथ स्पर्श से होता है ।

छोटी इ से बने शब्द और वाक्य

य र ल व को क्या कहा जाता है?

यह हिंदी व्यंजन वर्ण के 26 नंबर में आता है।

र के पहले और र के बाद क्या आता है?

र के पहले य आता है और र के बाद ल आता है।

Author: Allinesureya

3 thoughts on “र मात्रा वाले वाक्य और शब्द| R Ki Matra Wale Vakya Aur Shabd

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *