तमोगुण क्या है: तमोगुण संस्कृत भाषा का एक शब्द है जो आयुर्वेद के सिद्धांतों को समझती है। तमोगुण प्रमुख रूप से आयुर्वेद के बारे में अवगत कराती है। तामसिक एक ऐसा गुण है अज्ञान को बतलाता है। यह गुण व्यक्ति में अन्याय और आलस लेने का काम करती है।
तमो गुण को नकारात्म के रूप में देखा जाता है। आलस्य, अज्ञानता, अंधकार और निराशा का प्रतीक कहा गया है, जो अपनी ओर नकारात्मकता को फैलती है। जिसके कारण असंतुलन तथा अवसाद जैसे नकारात्मक विचार की भावना मन में पैदा होती है।
तमो गुण से प्रभावित व्यक्ति के निम्नलिखित लक्षण होते हैं:
1. तमो गुण से प्रभावित व्यक्ति अपने आध्यात्मिक प्रकाश रूपी ज्ञान से सदा ही वंचित रहते हैं।
2. उन्हें सत्य और ज्ञान की कोई प्रवाह नहीं होगी वे इन सबसे दूर रहते हैं।
3. इनको हमेशा ही निराशा व नकारात्मक विचार घेरे रहते हैं।
4. वे अपने जीवन में सुस्त पड़े हुए रहते हैं। वे आलस्य के घेरे में रहते हैं और काम करने से बचते हैं।
तमो गुण का संतुलन बनाए रखने के लिए क्या करें?
ऊपर जब आपने तमो गुण को पढ़ा तो आपके मन में अब यह सवाल जरूर होगा कि अब मैं अपने तमो गुण को कैसे कम कर सकता हूं/सकती हूं? यह सवाल मन में आना भी चाहिए, तो चलिए देखते हैं आगे कि कैसे आप इस तमो गुण के प्रभाव को कम कर सकते हैं।
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1. ज्यादा लोगों की बाते न सुने, कम से कम लोगों के साथ रहें जो आपके अपने हो।
2. अपने आप को ज्यादा व्यस्त रखने की कोशिश करें, और अध्यात्म की ओर मोड़ें। सत्य और ज्ञान की खोज करें।
3. सकारात्मक विचार अपने जीवन में रखें। कोई भी काम करने से न डरें। उम्मीद व आस्था बनाए रखें।
तमो गुण को कम करने के कुछ मददगार उपाय:
1. प्रातःकाल सूरज उगने के पहले उठने का प्रयास करें और सूर्य नमस्कार करें, खुद सुबह कुछ देर खुली हवा में रखे, या आप किसी पार्क में जाकर टहले।
2. योगासना प्रयास करें और ध्यान का अभ्यास भी दिन में दो से तीन बार करें।
3. अपने आस पास सकारात्मक लोगों को रखे उनसे मिले, बातें करे, उनके साथ समय बिताएं।
4. अच्छी अच्छी प्रेरणादायक किताबें भी पढ़ें, इनसे आपको काफी लाभ मिलेंगे।
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