Akha Teej Kab Hai 2024 Mein: नेपाली समाज में अखा तीज का बड़ा ही महत्व होते हैं। इस त्यौहार में महिलाएं विशेष रूप से पूजा करती हैं, वे अपने पति के समृद्धि के लिए इस दिन को मनाती हैं। मिथिलांचल क्षेत्र में इस त्यौहार का बड़ा ही महत्व है। बसंत पौष मास के शुक्ल पक्ष में इस त्यौहार को मनाया जाता है। इस दिन सभी अपने सुखी विवाह और जीवन की समृद्धि की कामना करते हुए इस दिन को मनाया जाता है। इस दिन को कुछ जगहों पर इस दिन को अक्षय तृतीया के नामों से भी जाना जाता है। जिस पर आल आगे जानेंगे।
2024 में अखहा तीज कब है जानिए:
2024 में अखहा तीज दिन शुक्रवार, 10 मई को अक्षय तृतीया या अखहा तिज मनाया जाता है।
क्या अक्षय तृतीया 2024 शादी के लिए अच्छा है?
कुछ लोगों को लगता है कि यह दिन काफी शुभ होता है। इस दिन लोग खुशियां मनाते हैं। एक दूसरे से मिलते है तो फिर इतने शुभ दिन में जरूर शादी के भी शुभ मुहूर्त होते ही होंगे। पर दोस्तों ऐसा नहीं है क्योंकि इस दिन शुक्र ग्रह का अस्त है इसलिए इस दिन शादी का कोई मुहूर्त नहीं है।
आखा तीज या अक्षय तृतीया के दिन किसकी पूजा की जाती है?
इस शुभ दिन में हर शुभ कार्य किए जाते हैं। इस दिन पर सूर्यदेव जी की विष्णु जी की, माता लक्ष्मी, गणेश और कुबेर
की पूजा आराधना होती है, जिसके विशेष फल की प्राप्ति होती है। और इसी शुभ दिन में भगवान परशुराम का भी जन्म हुआ था। इसलिए अक्षय तृतीया में पितृ संबंधित कार्य करना भी बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन ही युग तिथियों की गणना करने की शुरुआत होती है और सतयुग व त्रेतायुग की शुरूआत भी इसी दिन से शुरू हुई थी।
मुण्डन संस्कार कब किया जाता है
आखा तीज के दिन क्या दान करना चाहिए?
गरीबों को दान करना एक पुण्य के समान होता है इसलिए आपको भी इस पावन दिन पर कुछ न कुछ दान करना चाहिए। जिससे लोगों को भलाई हों सके। आपको इस दिन अनाजों का दान करना चाहिए। आप चना, घी, नमक, गुड़, चावल, गेहूं, तिल, ककड़ी, आटा, दाल आदि चीजें दान करे।
आखा तीज का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?
आखा तीज के दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार जो कि परशुराम हैं उनके है जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। अलग अलग जगहों पर इसे अलग नमो से भी जाना जाता है।
अक्षय तृतीया पर क्या करें और क्या न करें?
अक्षय तृतीया बहुत ही शुभ दिन होता हो इस दिन कोई भी गलत काम नहीं करना चाहिए।किसी को पैसे नहीं देने चाहिए। मांस आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
अक्षय तृतीया के दिन कैसे पूजा करना चाहिए?
अक्षय तृतीया के दिन पूजा करने के लिए सारे पूजा के समान धो लें, मंदिर धो लें। अब सबसे पहले भगवान गणेश जी की पूजा सबसे पहले करें। भगवान बारी बारी से भगवान को अक्षत्, सिंदूर, धूप, दीप, दूर्वा, पान, सुपारी, नारियल, फूल, फल, चंदन, मोदक आदि को श्रद्धा पूर्वक अर्पित करें।
But wanna comment on few general things, The website pattern is perfect, the subject material is rattling excellent. “Taxation WITH representation ain’t so hot either.” by Gerald Barzan.
I?¦m not certain where you’re getting your information, but good topic. I needs to spend a while studying more or understanding more. Thank you for wonderful information I used to be looking for this information for my mission.