श्री मारुती स्तोत्र हिंदी में|संकट मोचन मारुती स्तोत्र

भगवान हनुमान की भक्ति स्तुति जैसे कि हम सभी हनुमान जी हिन्दू धर्म के एक प्रमुख भगवान, देवता है, जिनके पूजा अर्चना के लिए भक्तों का काफिला उनके अनेकों मंदिरों में देखा जा सकता है। भगवान हनुमान अति वीर और भक्ति के अद्वितीय प्रतिनिधि है, वे अपनी पूरी जीवन को श्रीराम के लिए समर्पित करके अपनी सेवा का प्रदर्शन करते हैं।बात करें मारुति की तो हनुमान या मारुति दोनो एक ही बात होगी, क्योंकि हनुमान और मारुति दोनो को ही मारुति पुत्र के नाम से ही जाना पहचाना जाता है। और उनके पिता का नाम वायु देव था, जिनको हिन्दू धर्म में पवनपुत्र कहा जाता है।

रामायण में भगवान हनुमान भगवान राम के एक प्रमुख सहायक थे। उन्होंने राक्षसों से युद्ध किए और लंका में सीता माता को बचाया था। उन्हें पूरी दुनिया शक्तिशाली, वीर, और राम भक्ति का प्रतीक मानती है।

वही बात करें मारुति स्त्रोत की तो यह एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जो भगवान हनुमान की भक्ति में लिखा है। यह सबसे पहले संस्कृत भाषा में लिखी गई है जीसमें भगवान हनुमान की शुरवीरता, शक्ति, बुद्धि और भक्ति की महिमा की गई है।

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मारुति स्तोत्र के बारे में जानने को कुछ और भी रोचक बातें हैं, मारुति स्तोत्र की रचना गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा हुई थी। यह स्तोत्र आपको सुंदरकांड कांड में भी देखने को मिल जायेगी। मारुति स्तोत्र का पाठ को अगर आप हनुमान जयंती, मंगलवार और शनिवार के विशेष दिन को अगर आप करते हैं तो इसका आपको विशेषरूप से लाभ होता है।

मारुति स्तोत्र के पाठ को करने से आपके जीवन में भगवान हनुमान की विशेष कृपा बनी रहती है। आपको अनेक बाधाओं से मुक्ति मिलती है। साथ ही साथ मनोकामनाओं की पूर्ति भी होती है।

संकट मोचन श्री मारुति स्तोत्र

ॐ नमो भगवते विचित्रवीरहनुमते    प्रलयकालानलप्रभाप्रज्वलनाय।

प्रतापवज्रदेहाय। अंजनीगर्भसंभूताय।        प्रकटविक्रमवीरदैत्यदानवयक्षरक्षोगणग्रहबंधनाय।

जय श्री राम जय हनुमान।
   नमो वीर विक्रम जय जय।

पंचमुखी हनुमान बल शाली।
   अष्ट सिद्धि नव निधि दानी।

लंका जलावन राघव जीवाय।
   भक्त हनुमान की जय जयकार।

जय जयकार हनुमान बलवीर।
   संसार रक्षक हनुमान वीर।

राम भक्त हनुमान जय जयकार।
   लंका जलावन राघव जीवाय।

लंका जलावन राघव जीवाय।
    राम भक्त हनुमान जय जयकार।

संसार रक्षक हनुमान बलवीर।
   जय जयकार हनुमान बलवीर।

जय जयकार हनुमान बलवीर।
    संसार रक्षक हनुमान बलवीर।

राम भक्त हनुमान जय जयकार।
   लंका जलावन राघव जीवाय।

लंका जलावन राघव जीवाय।
   राम भक्त हनुमान जय जयकार।

संसार रक्षक हनुमान बलवीर।
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जय जयकार हनुमान बलवीर।
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राम भक्त हनुमान जय जयकार।
   लंका जलावन राघव जीवाय।

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संसार रक्षक हनुमान बलवीर।
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जय जयकार हनुमान बलवीर।
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राम भक्त हनुमान जय जयकार।
   लंका जलावन राघव जीवाय।

लंका जलावन राघव जीवाय।
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संसार, रक्षक हनुमान बलवीर।
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जय जयकार हनुमान बलवीर।
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राम भक्त हनुमान जय जयकार।
   लंका जलावन राघव जीवाय।

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राम भक्त हनुमान जय जयकार।
   लंका जलावन राघव जीवाय।

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जय जयकार हनुमान बलवीर।
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राम भक्त हनुमान जय जयकार।
    लंका जलावन राघव जीवाय।

लंका जलावन राघव जीवाय।
    राम भक्त हनुमान जय जयकार।

Author: Allinesureya

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