ओम मंत्र का चमत्कार: (OM Mantra Benefits In Hindi) ओम का मंत्र दुनिया में सबसे ताकतवर मंत्र होता है। सभी मंत्रो में से यह आसान होता है, साथ ही इसके उच्चारण भी आसान है। इनका उपयोग हमलोग हमेशा करते रहते है। हम में से सभी ने इसके बारे में तो जरूर सुना ही है। आज ओम मंत्र का चमत्कार जानने के लिए इस पोस्ट पर है। यह हमे पूरे ब्रह्मांड की शक्तियों से मिलवाता है। जी हां इस मंत्र में इसके ऊर्जा जोड़कर अभूतपूर्व ऊर्जा का रूप देती है। ॐ सभी मंत्रों में से सबसे ऊपर का स्थान बनता है। आगे आप जानेंगे कि ओम का जाप (om ka jaap) कैसे करेंगे, ॐ के उच्चारण के फायदे कौन कौन से होते हैं?
ॐ का उच्चारण कैसे करे? (OM Mantra Ka Jaap)
किसी भी धार्मिक अनुषठानों को करने से पहले उसके बारे में पूरी जानकरी हासिल कर लेने से वह काम आसानी से हो जाता है। इसलिए सबसे पहले तो आपको यह जानना होगा कि ओम का उच्चारण कैसे होता है? इस सवाल का जवाब अब जान लेते हैं क्योंकि यह सबसे जरूरी होगा। ओम उच्चारण बहुत सामान्य है। पर कुछ लोगो को इसके बारे में गलत बाते पता है। वे सोचते हैं ओम मंत्र के जप में सिर्फ अपनी आंखें बंद करके बैठना होता है। पर दोस्तो यह आधी अधूरी ज्ञान असल में सही नहीं है। इससे आप अपनी अनुशासन भंग करेंगे। और आपको कुछ पता नहीं चल पाएगा कि आखिर आपने करना क्या है।
तो चलिए अब जन लेते हैं ओम मंत्र की सही जाप विधि क्या है। इसे कौन से लोग कर सकते हैं। और यह कैसे किया जाना चाहिए।
1. आप अपने आस पास नजर घुमा कर अपने मंत्र जप करने के लिए सबसे अच्छी जगह का चुनाव कर ले। क्योंकि आपको यही पर बैठ कर है अपनी आगे की यात्रा करनी होगी। इसलिए दोस्तो आप एक ऐसे जगह चुने झन पर कोई भी शोर गुल ने होती हो। साथ ही साथ यह जगह आपको अच्छी लगे। आप इस जगह पर ओम मंत्र का जाप करने जा रहे है और यह जगह बिना शोर-शराबा के हो तो यह आपके लिए अच्छा है। क्योंकि अगर आप कोई गलत जगह का चुनाव कर लेते है तो फिर आप यहां एक गलती के बैठेंगे।
तो आप यह निश्चित कर ले की आपने जो भी जगह को चुना है वह बिना शोर वाली जगह है। वहां हवा अच्छी आती है, और आप उस जगह को पसंद भी करते हो।
2. आप खुद के लिए एक अच्छा समय निकले। जब आप बिल्कुल फ्री हो, आपके पास कोई काम न हो आप अकेले हो और वह समय सुबह या फिर शाम का भी हो सकता है। जैसे कि मैंने बताया आप खुद के लिए कुछ समय निकले जिसमे की आप ओम का जाप करने वाले हो। जब आप ओम का उच्चारण कर रहे हो तो बिल्कुल धीमे स्वर में करे। और बहुत ही ध्यान से करें।
3. ओम का जाप करने के लिए आपको बैठना आवश्यक है। और बैठने के लिए एक आसान जरूरी होगा। तो सबसे पहले आप एक आसान बिछा ले। उसके पश्चात उस पर आराम से बैठे। आसान मुलायम होनी चाहिए ताकि कुछ देर बाद वह आपको न चुभे। उस आसान पर आप कुछ समय तक बिना हिचकिचाए आराम से बैठे सके।
बैठते वक्त यह भी सुनिश्चित करे कि आप पद्मासन की स्थिति में बैठ सके। आपकी बॉडी आपकी कमर बिल्कुल सीधी रहे। पर अगर आप किसी कारण से पद्मासन में नहीं बैठ सकते तो फिर आपके लिए यह जरूरी नहीं कि आपको सिर्फ और सिर्फ पद्मासन में ही बैठना है। आप आराम से किसी ऐसे जगह पर बैठ सकते है जहां आप आराम महसूस करते हो। पर याद रहे आपको बिल्कुल सीधे ही बैठना है। आप चाहे तो किसी कुर्सी का भी सहारा ले सकते हैं। ये मैंने उन लोगो के लिए कहा है जो कि बिल्कुल बैठ नहीं सकते हैं।
4. अब मै मैंने में लिया कि आपने एक अच्छा सा कोई जगह देख लिया है और अब आप उस जगह पर ओम का जाप करने वाले हैं। अब सबसे पहले वहां एक आसान बिछा दें। और बैठ जाए, और जिन्हें कुर्सी पर बैठना वे भी बैठे। अब ध्यान रहे जैसे मैंने पहले बताया आपको एकदम आराम से बैठे रहना है, लंबी गहरी सांस लेकर बैठ जाए। फिर से 2 – 4 बार लंबी गहरी सांस लें फिर छोड़े। अपने दोनों हाथों को ध्यान की मुद्रा में दोनों पैरों के घुटनों पर रखें। और फिर अपनी आंखें धीरे से बंद करें।
5. अब आपको लंबी गहरी सांस लेकर खुद को बिल्कुल शांत करना होगा। 3-4 बार लगातार ऐसा ही करें। उसके बाद हल्के से बिल्कुल धीमे धीमे अपनी आंखें बंद करके ओम का जाप शुरू कर दे। ॐ मंत्र को आप जितना लंबा बोल सकते सके, बोले। ॐ मंत्र बोलते समय आप इन तीनो शब्दों को जोर देते हुए बोले अ, ऊ, व, म। क्योंकी ओम इन्हीं शब्दो का मिश्रण है।
अ+ऊ+व+म = ॐ
6. अपना ध्यान बाकी चीजों में न लगाए। अगर आपका ध्यान दुसरी ओर जाता है तो उस पर ज्यादा फोकस न करें। और खुद को वापस ॐ जाप करने पर लगाए। अपनी आखों के बीच में जो तीसरी आंख होती है उस जगह पर अब फोकस करना शुरू कर दे। ताकि आप अच्छा अनुभव कर सकें।
अब कम से कम 3 मिनट तक लगातार ओम का जाप करने की शुरुआत करें। बाद में आप इसे बढ़ाकर 10 मिनट से आप जितनी देर तक चाहें उतनी देर तक बढ़ा ले।
7. आप मंत्र कितनी भी बार बोले पर अपनी आवाज को धीमी ही रखें ऐसा करने से आपको ज्यादा जोर लगाने की जरूरत नहीं होगी। आप ॐ का जाप मन में भी कर सकते हैं। पर आप अभी शुरुआती दिन में हैं तो शायद आप अभी उस पर फोकस न कर पाओ। इसलिए आप जब भी ॐ का जाप करें तो आपकी आवाज न ज्यादा जोर हो और न ही धीरे।
8. अब जब आपने ओम का जाप खत्म कर के अब आपको अपनी आंखें खोलनी होगी तो आपको मै बता दूं कि अब आपको अपनी आंखें धीरे धीरे खोलनी होगी। जिससे कि आपके शरीर की ऊर्जा समान्य और नियंत्रित हो सके। अचानक से आंख खोलना सही नहीं होता। हर एक चीज की नियम होती है जिसे साथ ही काम करना होता है। ताकि आपको उसके अच्छे रिजल्ट भी मिले।
जानिए गायत्री मंत्र और उसके लाभ और नुकसान
ॐ की साकारात्मक वातावरण
1. जैसे कि हम सभी लोग जानते हैं कि ॐ मंत्र का जाप बहुत ही शुभ फल देता है क्योंकि यह मंत्र बहुत शाक्तिशाली होता है। अगर आप ॐ का जाप शुरू करेंगे तो आपके आस पास की चीजें सुधारने लगेंगी। वातावरण भी सही होने लगेगा। ऐसा आपको खुद ब खुद महसूस होने लगेंगे। घर में साकारात्मक उर्जा का विस्तर होगा।
2. घर के सदस्यों में एक दूसरे के लिए अच्छा वातावरण बनेगा। सभी एक दूसरे से खुश रहेंगे। भ्रम की स्थिति को दूर होंगी।
ओम मंत्र का चमत्कार (OM Mantra Benefits In Hindi)
इस ओम मंत्र की तुलना दूसरे किसी मंत्र के साथ करना सही नहीं है क्योंकी यह बहुत ही शक्तिशाली है और यह अन्य सभी मंत्रों में भी सर्वश्रेष्ठ है। ओम के मंत्र के जाप से व्यक्ती को लाभ बहुत जल्दी मिलने लगते हैं।
ॐ के जाप से कंठ पर बहुत असर पड़ता है। जिससे उसे अनेकों लाभ है। कंठ की कंपन्न शक्ति संतुलित होती है।
शरीर के अंगों के साथ साथ त्वचा के लिए भी ॐ का जाप फायदेमंद है। त्वचा के सभी रोमछिद्र खुलने लगते हैं। जिससे त्वचा में एक तेज उत्पन्न होता है। त्वचा में निखार आने के साथ ही चमक भी बढ़ने लगती है। त्वचा जवान और खूबसूरत होता जाता है।
ॐ मंत्र को ध्यान (मैडिटेशन) के रूप में माना जाता है। ओम मंत्र का जाप करके व्यक्ति ध्यान बहुत अच्छे तरीके से कर सकता है। इसे करने से मानसिक रूप से बहुत शांति मिलती है। ओम से हमे अकेलेपन में भी शांति होती है।
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